ख़राब लाइफस्टाइल से होने वाली बीमारिया और समाधान पार्ट 2 (HYPERTENSION & THYROID)

नमस्कार, सभी  को , My health coach-s  आपका स्वागत है , मैं  आपके लिए healthy lifestyle tips और  ख़राब लाइफस्टाइल से होने वाली बीमारिया और समाधान पार्ट 2 लाया हूँ। क्योंकि हम जीवनशैली के महत्व, जीवन शैली के रोगों और उनके इलाज के बारे में पिछले भाग में पर चर्चा कर चुके हैं । अब हम बीपी और थायराइड के विषय में बात करेंगे  और कैसा लिलेस्टीले अनकर इनसे दूर रहा जा सकता है ये भी बात करेंगे

उच्च रक्तचाप या हाई बी.पी.



उच्च रक्तचाप या High Blood Pressure (Hypertension) एक बहुत ही सामान्य बीमारी है। सामान्य इस लिए है क्योंकि ये बहुत से लोगो को है। लेकिन यह एक बहुत ही गंभीर समस्या है। पहले ये बीमारी उम्र बढ़ने के कारण होती थी, लेकिन आजकल गलत खान-पान के कारण यह बीमारी कम उम्र के लोगों को हो रही है। चिकित्सकीय शब्दों में, उच्च बीपी या उच्च रक्तचाप को एक Silent Killer भी कहा जाता है, लेकिन क्यों, क्योकि उच्च रक्तचाप से दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

हाई बीपी का कारण

उच्च रक्तचाप या हाई बीपी आनुवांशिक रूप (genetically) से होता है, लेकिन आज की खराब जीवनशैली भी इसके लिए जिम्मेदार है, तो इसलिए हमने इसे लाइफस्टाइल से होने वाली बिमारी के लिए सूची रखा है, यह मूल रूप से खराब खाने पिने की आदतों से होता है जैसे कि ज़्यादा तेल वाली चीजों का सेवन करना , ज़्यादा नमक, कम पौष्टिक भोजन करना और बिलकुल भी व्यायाम न करें से उच्च रक्तचाप होता है। ज़्यादा वसा युक्त खाना खाने से धमनियों में अतिरिक्त वसा जमा हो जाता जिसके  के कारण, शरीर में रक्त ठीक से प्रवाहित नहीं हो पाता है, जिससे हृदय को अधिक दबाव के साथ धड़कना पड़ता है इसलिए उच्च रक्तचाप हो जाता है।

लक्षण

अगर हम उच्च रक्तचाप के लक्षणों के बारे में बात कर रहे हैं तो सिरदर्द, कंधों में दर्द, घबराहट मुख्य लक्षण हैं। यदि इसका जल्द ही इलाज नहीं किया जाये तो बेहोशी, चकर और किडनी पर भी बुरा असर पड़ सकता है

निवारण


  उच्च रक्तचाप को रोकने के लिए हमें स्वस्थ जीवन शैली अपनानी चाहिए। सबसे पहले हमें दैनिक आधार पर   कम से कम नमक खाना चाहिए। तथ्यों के अनुसार अगर कोई उच्च रक्तचाप से पीड़ित है तो एक दिन में उसे 5 ग्राम से काम नमक खाना चाहिए चाहिए। हमें अपना  weight managemanet करना होगा। और साथ ही हमें एक अच्छी नींद, संतुलित आहार लेना चाहिए, व्यायाम करना चाहिए, पौष्टिक भोजन करना चाहिए। और अपने बीपी स्तर की जाँच समय समय पर  चाहिये। हाई बीपी को नियंत्रित करने के लिए हरी सब्जी, फल और तरल पोषण  बहुत अच्छा विकल्प है। जो भी है मगर हमें इस से बचने कके लीये अपना weight lose करना ही होगा।

हाइपोटेंशन  और निम्न रक्तचाप 

उच्च रक्तचाप कि तरह ही  निम्न रक्तचाप भी एक लाइफस्टाइल की बीमारी में ही आता है। वैसे, निम्न रक्तचाप की समस्या उम्र बढ़ने के कारन होती है, आजकल कई मामलों में यह बुरा जीवन शैली और बुरा खाने पान की आदतों के कारण हो रहा है। मुख्य रूप से हाइपोटेंशन उन लोगों को होता है, जो अधिक वजन वाले होते  हैं और जो अच्छी पोषण नहीं लेते हैं, अच्छी मात्रा में नींद नहीं लेते हैं, जो संतुलित आहार नहीं लेते हैं और जो अधिक तनाव लेते हैं और यह उन लोगों को भी होता है, जिन्हें किडनी की बीमारी होती है और जो कई दवाइयां खाते हैं

लक्षण

 Low Blood Pressure और हाइपोटेंशन से शरीर में कमजोरी आती है, सिरदर्द और घबराहट होना निम्न रक्तचाप के बहुत ही सामान्य लक्षण हैं, अगर हाइपोटेंशन लंबे समय तक रहता है तो व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है और सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है

निवारण

हाइपोटेंशन या लो बीपी को रोकने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। निम्न रक्तचाप के लिए चीनी और नमक के साथ नींबू का रस एक त्वरित उपाय है। अन्यथा, सबसे पहले, हमें इस बीमारी से बचाने के लिए मोटापे के स्तर को नियंत्रित करना चाहिए। हमें अच्छी मात्रा में पानी लेना चाहिए, और स्वस्थ जीवन के लिए 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद और अच्छे पोषण वाले भोजन लेना चाहिए।

थायराइड रोग (विशेष रूप से महिलाओं में)


भारत में, 10 में से एक व्यक्ति थायराइड से पीड़ित है, लेकिन बहुत से लोग नहीं जानते कि वे इससे पीड़ित हैं, मूल रूप से, थायरॉयड जीभ के अंत के पास एक ग्रंथि है यह एक आवश्यक हार्मोन का उत्पादन करता है। जो  हमारे उपापचय (Metabolism) अच्छा करता है, और रोगप्रतिरोधक बड़ाता है। थायराइड के मामले में, हार्मोन का उत्पादन असंतुलित हो जाता है, इसलिए हम इस समस्या को थायराइड की बीमारी कहते हैं। शरीर में हार्मोन के स्राव का असंतुलन कई समस्याएं पैदा करता है और जैसे प्रतिरक्षा शक्ति (Low Immunity power) काम करना , कमजोरी और मोटापे की समस्या हो जाती है। थायराइड के होने के कई कारण हैं उनमें से एक भी खाने की गलत आदतें हैं या दैनिक आधार पर अधिक या कम मात्रा में आयोडीन का सेवन, कम पौष्टिक भोजन, और दवाएं भी थायराइड के पीछे का कारण हो सकती हैं।

 रोकथाम

इससे पहले कि हम रोकथाम के बारे में चर्चा करें, आइए कुछ आवशयक चीजों के बारे में बात करें, जिन्हें इस परिस्थिति में खाने से बचना चाहिए। हमें सबसे पहले फास्ट फूड से परहेज करना चाहिए, हमें डेयरी उत्पाद, दालें, ब्रोकोली, नॉनवेज, आदि जैसे खाद्य पदार्थ से भी दूर रहना चाहिए क्योकि इनमे प्रोटीन होता है। प्रोटीन से युक्त चीजे ख़क़ाने से थायरॉइड बढ़ता है। हमें यह सभी चीजों से बचना चाहिए। थायराइड की रोकथाम के लिए हमारे दैनिक उपभोग में पौष्टिक आहार लेना चाहिए जैसे मल्टीविटामिन और फाइबर आदि  लेना चाहिए। बादाम और अखरोट रोज सुबह खाने से हार्मोनल संतुलन के लिए बहुत फायदा होता है और यह थायराइड को कम करने में मदद करेगा।

 मुझे आशा है कि यह healthy lifestyle tips आपके लिए ज्ञानवर्धक रहा होगा है और अगले विषय पर हम PCOD और मोटापे पर चर्चा करेगे हैं

पढ़ने के लिए धन्यवाद टिप्पणी अनुभाग में एक अच्छी समीक्षा दें
आपका दिन शुभ हो

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